Monthely Horoscope / मासिक राशिफल
मासिक राशिफल / Monthly Horoscope
मासिक राशिफल का मतलब है राशि के आधार पर की गई पूरे महीने की भविष्यवाणी। इस भविष्यकथन को लोग अंग्रेजी में Monthly Horoscope भी कहते हैं। मासिक राशिफल एक व्यक्ति को राशि की मदद से उसके आने वाले 30 दिनों की जानकारी प्रदान करता है। कुछ लोग मासिक राशिफल को मासिक फलादेश भी कहते हैं। यह पूरे महीने के राशि चक्र के आधार पर व्यक्ति के भविष्य अर्थात उसके अच्छे और बुरे दिनों की गणना होती है।
मासिक राशिफल क्यों है जरूरी है ?
हमारे समाज में हर तरह के लोग रहते हैं। कुछ लोग ऐसे होते हैं जो राशिफल पर विश्वास करते हैं तो वहीं कुछ ऐसे भी होते हैं जिन्हें राशि और इनसे जुड़ी बातों पर यकीन नहीं होता है। आपको बता दें कि दैनिक राशिफल, साप्ताहिक राशिफल या फिर मासिक राशिफल एक ऐसी गणना होती है जो किसी व्यक्ति की राशि में आने वाले दिन, सप्ताह, महीने में नक्षत्रों, ग्रहों, सूर्य-चंद्र की दशा आदि को देख कर की जाती है।
राशिफल का फलादेश ज्योतिषीय गणनाओं पर निर्धारित किया जाता है, जिसमें किसी व्यक्ति के वर्तमान और भविष्य की जानकारी खगोलीय घटनाओं के आधार पर दर्शायी गयी होती है। इन खगोलीय पिंडों का गहन अध्ययन ही किसी व्यक्ति के जीवन में प्रभाव और दुष्प्रभावों को बतलाता है। जिसकी गणना करते वक़्त व्यक्ति के गोचर के ग्रहों की स्थिति को भी ध्यान में रखा जाता है। जैसे कि चन्द्रमा किस राशि में है या फिर कौन सा ग्रह किस चाल में है।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि एक साल में 12 महीने और एक महीने में 30 दिन होते हैं। महीने की शुरुआत से ही लोग आने वाले 30 दिनों कि प्लानिंग शुरू कर देते हैं। उन्हें इस बात कि जिज्ञासा होती है कि उनका वह महीना कैसा गुज़रेगा। ऐसे में मासिक राशिफल उनके लिए भविष्यवाणी का काम करता है।
मासिक राशिफल का लाभ
आज के परिवेश में लोग वर्तमान से ज्यादा भविष्य के बारे में सोचते हैं। लोगों को आज की चिंता नहीं होती, उन्हें यह बात परेशान करती है कि आने वाला समय आखिर कैसा होगा? मासिक राशिफल या भविष्यफल हमें हमारे पूरे महीने की आने वाली परेशानियों, स्वास्थ सम्बन्धी समस्याओं, लाभ, हानि, यात्रा, सम्पत्ति, परिवार आदि जैसी चीज़ों से जुडी जानकारी देता है। ज़रा सोचिये कि अगर किसी व्यक्ति को अगले 30 दिनों की जानकारी पहले ही हो जाये तो वह आने सारी बुरी परिस्थितियों के लिए पहले ही मानसिक तौर पर खुद को तैयार कर लेगा। साथ ही पूरी मेहनत और लगन के साथ अपने जीवन में आगे बढ़ने और अपनी कार्य को गति देने का प्रयास करेगा।
जैसा कि हम सब जानते हैं कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुल 12 राशियाँ होती हैं – मेष,वृष,मिथुन,कर्क,सिंह,कन्या,तुला,वृश्चिक,धनु,मकर,कुम्भ और मीन। इन सभी राशियों की अपनी कमजोरियां, ताकत, गुण, लोगों के प्रति रवैया और इच्छा होती है। ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से किसी भी इन्सान के जन्म के समय ग्रहों की स्थिति का आंकलन कर उसकी प्राथमिकताओं, जरूरतों और कमियों आदि के बारे में अनुमान लगाया जा सकता है। राशियों की ये बुनियादी विशेषताएं हमें और बेहतर तरीके से लोगों को जानने में मदद करती है।