Horoscope / जन्मपत्रिका निर्माण
Horoscope / कुंडली / जन्मकुंडली या जन्मपत्रिका क्या है ?
आपके जन्म समय और जन्म तिथि के समय आकाश में स्थित ग्रहों का संयोजन एक विशेष चक्र के रुप में करना कुंडली चक्र या लग्न चक्र कहलाता है। कुंडली, विशेष रूप से वैदिक ज्योतिष पर आधारित रहता है। व्यापक अर्थ में, ग्रहो की स्थिति, दशा विश्लेषण, कुंडली में बनने वाले दोष एवं उनके उपाय, पत्रिका में विशेष योगों का संयोजन, ग्रहों का शुभाशुभ विचार इत्यादि का समावेश सम्पूर्ण जन्म कुंडली में किया जाता है। कुंडली को जन्म कुंडली या जन्मपत्रिका भी कहते हैं।
आपने कम से कम एक बार तो जन्मपत्री या जन्म कुंडली के बारे में सुना ही होगा। लेकिन क्या ये जानते हैं, कि जन्मपत्री के पन्नों में जीवन के कितने रहस्य छुपे होते हैं? ये मदद करती है! आपकी क्षमता को प्रकट करने और कोई लक्ष्य बनाने में। जन्मपत्री के माध्यम से आप अपने भूत, वर्तमान और भविष्य के एक-एक क्षण का विस्तार से विश्लेषण प्राप्त कर सकते हैं!
क्या है ये जन्मपत्री ?
- यह आपकी जन्म कुंडली को दर्शाती है।
- जन्म कुंडली को अलग-अलग राशियों और ग्रहों सहित 12 भावों में बांटा जाता है।
- जिसमें जन्म विवरण के आधार पर ग्रह, नक्षत्र और राशि चक्र की स्थिति की संपूर्ण जानकारी होती है।
- इन्हीं भावों में स्थित राशियों और ग्रहों के आधार पर आपकी विशेषता, व्यक्तित्व, स्वभाव, ताकत और कमजोरियों का गहराई से विश्लेषण किया जाता है।
कैसे उपयोगी है जन्मपत्री ?
- आम आदमी के लिए अच्छी शिक्षा, अच्छा करियर, धन-दौलत, प्यार-प्रेम और एक सुखी वैवाहिक जीवन किसी सपने जैसा होता है।
- जन्मपत्री की सहायता से ही इन्हीं विभिन्न क्षेत्रों के संबंध में आपके जीवन के अच्छे, सामान्य और उत्तम समय की जानकारी मिलती है।
- आपकी जन्मपत्री उन सपनों को पूरा करने के लिए सही फैसले लेने में आपकी मदद करती है। जो केवल सपने ही नहीं आपके अधिकार भी हैं।
जन्मपत्री की जरुरत कब पड़ती है ?
- जीवन में उचित शिक्षा, करियर, जीवन साथी, निवेश संबंधी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जन्मकुंडली की भविष्यवाणी बहुत महत्वपूर्ण होती है।
- इसका उपयोग आप जीवन में कठिन समय का सामना करने और अच्छे समय का अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए भी कर सकते हैं।
क्या-क्या होगा आपकी जन्मपत्री में ?
- आपकी जन्मपत्री में आपका संपूर्ण ज्योतिषीय विवरण होगा।
- जन्म पंचांग विवरण के साथ भाग्यशाली अंक, अवकहड़ा चक्र, घात चक्र, निरयन ग्रह और अष्टक वर्ग का विवरण भी होगा।
- जन्म विवरण अनुसार सभी ग्रह, नक्षत्र और राशियों का 360° विश्लेषण कर विभिन्न प्रकार की जन्म कुण्डलियां जैसे सूर्य कुंडली, चंद्र कुंडली, अष्टक वर्ग, चलित कुंडली, होरा कुंडली व अलग-अलग अंशों की कुंडलियां भी होंगी।
- आपकी आयु,लिंग, शिक्षा और वैवाहिक स्थिति के अनुसार हस्त लिखित विस्तृत भविष्यफल तैयार किया जाता है।
- जिसमें आपके जीवन के शिक्षा, कैरियर/व्यवसाय, वित्त, प्रेम, विवाह, वैवाहिक जीवन, स्वास्थ्य और यात्रा संबंधी पहलुओं की विस्तृत जानकारी सारणी के रूप में दर्शायी जाएगी।
- जन्म कुंडली या जन्म पत्रिका में आपके जीवन में आने वाली विभिन्न प्रकार की दशाओं जैसे अंतर्दशा, महादशा, विमासोत्तरी दशा की समयावधि भी बताई जाएगी।
- आपकी जन्मपत्री के अनुसार आयु, लिंग, व्यवसाय, वैवाहिक स्थिति, महादशा, गोचर, महत्वपूर्ण योग, दोष आदि को ध्यान में रखते हुए रत्न उपाय भी बताये जायेंगे, जिन्हें धारण करने पर आप समस्याओं के छुटकारा पा सकते हैं।